Satpura NPK 0:0:50 is a water-soluble fertilizer containing 50% Potassium (K₂O) and no nitrogen or phosphorus, based on sulphate of potash. Ideal for fruiting and maturation stages, it promotes enhanced fruit quality, size, shine, and taste while reducing post-harvest losses and improving crop storage life.
एनपीके 00:00:50 (सल्फेट ऑफ पोटाश – एसओपी)
एनपीके 00:00:50 एक प्रीमियम ग्रेड जल घुलनशील उर्वरक है, जिसमें 100% पोटाशियम (50%) और सल्फर आसानी से उपलब्ध रूप में मौजूद है तथा नाइट्रोजन और फॉस्फोरस अनुपस्थित हैं। यह फलों के आकार, रंग, स्वाद और गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विशेष रूप से फूल आने, फल विकास और पकने की अवस्था के दौरान अत्यधिक उपयोगी है और उपज तथा पौधों की सहनशीलता दोनों को सुधारता है।
उत्पाद विवरण
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गुण
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विवरण
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उत्पाद का नाम
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एनपीके 00:00:50 (सल्फेट ऑफ पोटाश – एसओपी)
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तकनीकी नाम
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एन:पी:के 00:00:50
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पोषक तत्व संरचना
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पोटाशियम (K) – 50%, नाइट्रोजन (N) – 0%, फॉस्फोरस (P) – 0%
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तकनीकी जानकारी
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100% जल घुलनशील क्रिस्टलीय उर्वरक
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क्रिया स्थल
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फलों की गुणवत्ता, रंग, आकार और सहनशीलता बढ़ाने हेतु पोटाशियम उपलब्ध कराता है
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उपयुक्त फसलें
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सभी फसलें – सब्ज़ियाँ, फल, अनाज, दलहन, फूल, तिलहन, बागवानी फसलें
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प्रयोग विधि
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फर्टिगेशन (ड्रिप), पर्णीय छिड़काव, मिट्टी में सिंचन
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अनुशंसित मात्रा
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1–3 किलो प्रति एकड़ (फसल और अवस्था पर निर्भर)
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लाभ
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फल की उपज, शेल्फ-लाइफ, स्वाद, आकार और तनाव सहनशीलता में सुधार करता है
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पैकिंग आकार
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1 किलो
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भंडारण निर्देश
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ठंडी और सूखी जगह में सीलबंद रखें, नमी और धूप से बचाएं
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सुरक्षा निर्देश
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सीधे संपर्क और धूल के सांस में जाने से बचें, दस्ताने और मास्क पहनें
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मुख्य विशेषताएं
· 100% पोटाशियम (50%) : प्रजनन और फल बनने की अवस्था में आदर्श।
· क्लोराइड-रहित उर्वरक : अंगूर, अनार और आलू जैसी संवेदनशील फसलों के लिए सुरक्षित।
· सल्फर की उपस्थिति : तिलहन फसलों में तेल की मात्रा और मसालों की सुगंध बढ़ाती है।
· 100% जल घुलनशील : फर्टिगेशन और पर्णीय छिड़काव में तेज अवशोषण।
· बहुउद्देशीय : सब्ज़ियाँ, फल, अनाज, दलहन और व्यावसायिक फसलों के लिए उत्तम।
लाभ
· फल का रंग, आकार, स्वाद और मिठास सुधारता है।
· फलों की शेल्फ-लाइफ और बाजार मूल्य बढ़ाता है।
· सूखा, कीट और रोग जैसे तनावों को सहन करने की क्षमता देता है।
· अधिक पैदावार और बेहतर गुणवत्ता वाली फसल सुनिश्चित करता है।
· फसलों में प्रोटीन और तेल निर्माण हेतु आवश्यक सल्फर उपलब्ध कराता है।
प्रयोग विधि
· फर्टिगेशन : ड्रिप सिंचाई के माध्यम से समान पोषण पहुंचाएं।
· पर्णीय छिड़काव : महत्वपूर्ण अवस्थाओं में पोटाशियम की कमी तुरंत पूरा करता है।
· मिट्टी सिंचन : पानी में घोलकर समान रूप से खेत में डालें।